जम्मू कश्मीर में पहलगाम आतंकी हमले के बीच एक और चिंताजनक खबर सामने आई है। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिषड़ा के रहने वाले बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साउ को पाकिस्तान सेना ने हिरासत में ले लिया है। बीएसएफ के कोलकाता स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय के एक शीर्ष अधिकारी ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि जवान के घर में मातम पसरा है। उनकी मां देवंती देवी बार-बार एक ही बात दोहरा रही हैं-मेरा बेटा सही-सलामत घर लौट आए।पूर्णम कुमार साउ की पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनाती है। बुधवार को वह ड्यूटी के दौरान गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कर गए। इसके बाद पाकिस्तान के जवानों उन्हें पकड़ लिया। गुरुवार को यह सूचना उनके परिवार तक पहुंची। जवान की पत्नी रजनी साउ ने बताया, हमें उनके एक साथी से यह जानकारी मिली कि ड्यूटी पर रहते हुए उन्हें पकड़ा गया है। मंगलवार की रात उनकी मुझसे बात हुई थी। वह 17 वर्ष से बीएसएफ में हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द वापस लाया जाए।शीर्ष अधिकारी के अनुसार, बीएसएफ के उच्च अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान के अधिकारियों से फ्लैग मीटिंग शुरू की है। जवान की सुरक्षित वापसी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। परिजनों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह हरसंभव प्रयास कर पूर्णम कुमार साउ को सुरक्षित भारत वापस लाए। पड़ोसी भी इस घटना से आक्रोशित हैं और जवान की वापसी की मांग कर रहे हैं। इस घटना से ठीक पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में कई निर्दोषों की जान गई। इसके बाद देशभर में आक्रोश है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार के अधिकारी पाकिस्तान के संपर्क में हैं और जवान की रिहाई के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं। बताया गया कि पंजाब के फिरोज़पुर सेक्टर में एक BSF जवान गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे हिरासत में ले लिया है। सूत्रों के मुताबिक, यह घटना बुधवार दोपहर की है।सेना के सूत्रों ने आजतक को बताया कि जवान की पहचान 182वीं बीएसएफ बटालियन के कांस्टेबल पीके सिंह के रूप में हुई, जो भारत-पाक सीमा के पास खेत के पास ड्यूटी पर थे. नियमित आवाजाही के दौरान पीके सिंह अनजाने में भारतीय सीमा की बाड़ को पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए, जहां उन्हें फिरोजपुर सीमा के पार पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया. पीके सिंह वर्दी में थे और उनके पास उनकी सर्विस राइफल थी। खुफिया सूत्रों के अनुसार श्रीनगर से BSF की बटालियन ममदोट में शिफ्ट हुई है। बुधवार सुबह किसान कंबाइन लेकर फेंसिंग पर लगे गेट के रास्ते गेहूं काटने गए. किसानों की निगरानी के लिए दो बीएसएफ जवान (जिन्हें किसान गार्ड कहते हैं) वह उनके साथ गए।गर्मी के चलते एक बीएसएफ जवान पेड़ की छाए के नीचे जाकर बैठ गया। पेड़ जीरो लाइन पार पाकिस्तान की सीमा में लगा था। इस बात की जानकारी जवान को नहीं थी. पाकिस्तानी किसान ने देख लिया कि बीएसएफ जवान पाकिस्तानी सीमा के अंदर बैठा हुआ है। उक्त किसान ने इसकी जानकारी पाक रेंजर्स को दी। छिपकर आए पाकिस्तानी रेंजर्स ने बीएसएफ जवान को हिरासत में लिया और उसकी राइफल भी छीन ली। जवान को हिरासत में लिए जाने के बाद भारतीय सेना और पाकिस्तान रेंजर्स मामले को सुलझाने और सैनिक की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए फ्लैग मीटिंग शुरू की। सूत्रों ने बताया कि बातचीत अभी चल रही है, लेकिन जवान को अभी तक वापस नहीं सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि जवान की सुरक्षित और जल्द वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रयास जारी हैं. सैनिकों या नागरिकों द्वारा इस तरह की अनजाने में सीमा पार करना असामान्य नहीं है और आमतौर पर स्थापित सैन्य प्रोटोकॉल के माध्यम से इसका समाधान किया जाता है। हिरासत में लिए गए लोगों को आमतौर पर प्रक्रियात्मक फ्लैग मीटिंग के बाद वापस भेज दिया जाता है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया है। जिससे सीमा पार की एक सामान्य घटना जटिल हो गई है। ( बंगाल से अशोक झा )
पाकिस्तान के कब्जे में बंगाल का बीएसएफ जवान, माँ देवंती देवी बार-बार एक ही बात कह रही हैं-मेरा बेटा सही-सलामत घर लौट आए
अप्रैल 25, 2025
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