अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ ज़िले में स्थित डोंग गांव भारत का वह स्थान है, जहां सबसे पहले सूर्योदय होता है। यह गांव समुद्र तल से लगभग 1,240 मीटर की ऊंचाई पर, चीन और म्यांमार की सीमाओं के समीप, लोहित, ब्रह्मपुत्र और सती नदियों के संगम पर बसा है। डोंग को 'भारत का पहला सूर्योदय स्थल' और 'उगते सूरज की भूमि' के नाम से भी जाना जाता है।
यहां सूरज प्रातः 3 से 4 बजे के बीच निकलता है और सूर्यास्त शाम 4 बजे तक हो जाता है। पृथ्वी के पश्चिम से पूर्व की ओर घूमने के कारण देश के पूर्वी हिस्से में सूर्योदय जल्दी होता है। अरुणाचल प्रदेश और गुजरात के बीच लगभग 30 डिग्री देशांतर का अंतर है, जिससे समय में लगभग दो घंटे का फर्क आता है।
पर्यटन का केंद्र बनता डोंग
डोंग गांव हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करता है, खासकर नए साल पर जब लोग यहां सूरज की पहली किरण देखने आते हैं। डोंग वैली में सूर्योदय का दृश्य बेहद अद्भुत माना जाता है।
यहां की प्रमुख पर्यटन स्थलों में नेचुरल हॉट स्प्रिंग्स और किबिथु गांव शामिल हैं। स्थानीय स्वदेशी जनजातियाँ प्रकृति के साथ सामंजस्य में जीवन व्यतीत करती हैं, और उनके लिए सूर्योदय केवल एक दृश्य नहीं, बल्कि जीवनशैली और मान्यता का हिस्सा है।
नाम का अर्थ और ऐतिहासिक तथ्य
‘अरुणाचल’ नाम का अर्थ है — ‘अरुण’ यानी सूर्य और ‘चल’ यानी उदय। 1999 से पहले यह माना जाता था कि भारत में सबसे पहले सूर्य की किरणें अंडमान के कच्छल द्वीप पर पड़ती हैं, लेकिन बाद के अध्ययन और खोजों में डोंग गांव को यह विशेष स्थान प्राप्त हुआ।
भारत में सूर्योदय की पहली किरण देखने का अनुभव जीवन भर याद रहने वाला होता है। यही वजह है कि डोंग गांव आज पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों के बीच एक खास पहचान बना चुका है।
#भारत #अरुणाचलप्रदेश #डोंगगांव
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/