- सभी किरदारों के साथ पीएम मोदी ने की घंटों बैठक
- पर्दे पर आने की तिथि तय होगी कल सीसीएस की बैठक में
- देश के 140 करोड़ जनता को फिल्म का है बेसब्री से इंतजार
भारत मे 23 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष 26 पर्यटकों पर धर्म पूछकर गोलियां बरसाने वाला आतंकी पाकिस्तान परस्त था। उसके बाद से देशभर के लोगों में खून खौल रहा है। बदला लेने की मांग हो रही है। सभी धर्म के लोग एकजुट है। घटना के बाद ही पीएम मोदी ने आतंकियों और उसे शह देने वालों को सबक सिखाने का प्रण लिया है। इसी को लेकर पाकिस्तान की बर्बादी वाले फिल्म की लगातार शूटिंग फिल्म के किरदारों के साथ हो रही ही। इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (29 अप्रैल) को अपने आवास पर एक हाई लेवल मीटिंग ली। जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान समेत तीनों सेना प्रमुख मौजूद रहे। तीनों सेनाओं के प्रमुख भी इस मीटिंग में हिस्सा ले रहे हैं। पहलगाम हमले के बाद राजनाथ सिंह की प्रधानमंत्री मोदी से ये चौथी मुलाकात है। वहीं पिछले 12 घंटे में लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री मोदी राजनाथ सिंह से मिल रहे हैं। इससे साफ है कि भारत कुछ बड़ा करने का इरादा बना चुका है। फिल्म तैयार हो चुका है इसकी जानकारी अदाकारों को दे दी गई है। अब कल एक बैठक में इसकी तिथि तय हो जाएगी। देश की 140 करोड़ जनता इस फिल्म को सुपर हिट बनाने के लिए बेताब है।
कल होगी सीसीएस की बैठक: बता दें कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की मीटिंग भी बुलाई है। पहलगाम हमले के बाद लगातार दूसरी बार सीसीएस की मीटिंग होगी। सीसीएस देश की सुरक्षा मामलों पर फैसला लेने के लिए सर्वोच्च संस्था है और वहीं फैसला लिया जाता है कि आगे किस तरह से निपटना है। 23 अप्रैल को हुई थी CCS की मीटिंग: पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे। बुधवार को होने वाली केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग की अध्यक्षता खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। सभी मंत्रियों की यह मीटिंग बुधवार को सुबह 11 बजे बुलाई गई है। आपको बता दें कि पिछले हफ्ते केंद्रीय कैबिनेट की कोई मीटिंग नहीं हुई थी और सिर्फ 23 अप्रैल को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की मीटिंग हुई थी और आतंकी हमले की निंदा की गई थी।मीटिंग में लिए गए थे ये फैसले: CCS की मीटिंग के बाद भारत ने पिछले बुधवार को कई उपायों की घोषणा की, जिसमें पाकिस्तान केसाथ राजनयिक संबंध कम करना भी शामिल है। अन्य उपायों के अलावा भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के सीमा पार संबंधों के मद्देनजर पाकिस्तानी सैन्य अताशे को देश से निष्कासित करने, 6 दशक से अधिक पुरानी सिंधु जल संधि को निलंबित करने और अटारी भूमि-पारगमन चौकी को तत्काल बंद करने की घोषणा की थी। आपको बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 4 आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 लोगों को गोली मार दी थी। वहीं इस हमले में 17 लोग घायल हो गए थे। जब यह हमला हुआ तब पीएम मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर थे और घटना के बाद वे वहीं से वापस लौटे थे। ( अशोक झा की रिपोर्ट )
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/