- पहलगाम अटैक के संदिग्ध आतंकियों के स्केच किया जारी
- पाकिस्तान को कश्मीरियों ने दिया जवाब, आतंकी हमले के खिलाफ देशभर के मुसलमान एक साथ
- पाकिस्तान का बयान देश को बांटने वाला, मोदी सरकार देगी इसका जवाब
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देशभर में व्यापक आक्रोश है। इसका कारण है धर्म पूछकर, पेंट खोलकर प्राइवेट पार्ट चेक करना ओर चुन - चुन कर 26 पर्यटक हिंदुओं की हत्या कर दी गई। यह संयोग ही था धोखे में एक स्थानीय मुस्लिम युवक मारा गया। इसके पीछे पाकिस्तान और उसके पाले आतंकियों की मंशा देश में गृहयुद्ध करवाकर हिंदू मुस्लिम सांप्रदायिक हिंसा करवाना था। इसकी पुष्टि पाकिस्तान के बयान से भी होता है। पाकिस्तान ने एक बार फिर वहीं किया, जो वो इतने वर्षों से करता आ रहा है। पहलगाम आतंकी हमले में हाथ होने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं पाकिस्तान की सरकार ने बेशर्मी के साथ दावा किया है कि भारत में कई जगहों पर बगावत है। पहलगाम का हमला भी उसी बगावत का नतीजा है। दरअसल पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि 'पाकिस्तान का पहलगाम आतंकी हमले से कोई ताल्लुक नहीं है। ये घरेलू बगावत का नतीजा है। भारत में नगालैंड से लेकर कश्मीर और मणिपुर आदि जगहों पर दिल्ली की हुकूमत के खिलाफ बगावत हुई है।' पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने यहां भी अल्पसंख्यकों के शोषण के बेतुके आरोप लगाए और सीमापार आतंकवाद को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया, जबकि पूरी दुनिया में ये साबित हो चुका है कि पाकिस्तान सीमापार आतंकवाद का सबसे बड़ा गढ़ है जम्मू-कश्मीर के मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले पहलगाम में हुए आतंकी हमलों ने 26 पर्यटकों की जान ले ली। पर्यटकों पर हुए वीभत्स हमले से स्थानीय लोगों में खासी नाराजगी देखी जा रही है। कश्मीर समेत पूरे देश में हिंदू मुसलमान एक साथ खड़ा होकर इस घटना की निंदा कर रहे है। हमलावरों की पहचान के लिए स्केच तैयार कर किए गए जारी: सुरक्षा और इंटेलीजेंस एजेंसियों ने पहलगाम अटैक के संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। इनके नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा बताए गए हैं। इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि इस हमले का मास्टर माइंड लश्कर-ए तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद है। पहलगाम आतंकी हमले पर बड़ा खुलासा हुआ है। आर्मी सूत्रों के मुताबिक लश्कर का टॉप कमांडर सैफुल्लाह खालिद पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है। सैफुल्लाह ने ही इस हमले की साजिश रची थी। सैफुल्लाह पिछले दो महीने से इस हमले की प्लानिंग में जुटा था। इस सिलसिले में उसने 2 बार पाकिस्तानी आर्मी कैंप का दौरा किया था।कल आतंकी हमले के बाद TRF ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। TRF कुछ और नहीं लश्कर ए तैयबा का मुखौटा है और 2019 में अस्तित्व में आया है।
घाटी में 35 साल में पहली बार आतंकी हमले के खिलाफ बंद का ऐलान: हमले के खिलाफ घाटी में आज बुधवार को बंद बुलाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि घाटी में 35 साल में पहली बार आतंकी हमले के खिलाफ बंद का ऐलान किया गया है।यह पूरी तरह सफल हो रहा है। धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर में आतंकवादियों ने पलभर में नरक जैसे हालात बना दिए। इस हमले के विरोध में पूरा देश एकजुट है. हमले के बाद से खुद कश्मीरी गम और गुस्से में हैं। उन्हें अफसोस है कि उनके मेहमानों पर हमला हुआ और उन्हें मारा गया। आतंकी हमले से कश्मीरी गुस्से में हैं. उन्होंने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। आतंकियों ने एक खास धर्म के लोगों को टारगेट कर उन्हें गोली मारी हैं। कश्मीर के स्थानीय लोग इस नापाक हमले से सदमे में हैं। आतंकी हमले के विरोध में कश्मीर की मस्जिदों से ऐलान किया जा रहा है। कारी मंजूर कासमी ने किश्तवाड़ बंद का एलान किया है। मरकजी शूरा ने भी बुधवार को कश्मीर बंद का एलान किया है. कश्मीरी आवाम सड़कों पर उतर कर इस हमले का विरोध कर रही है. यहां के लोग कैंडल मार्च निकाल रहे हैं और सरकार से आतंकियों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहे हैं।
आतंकी हमले के विरोध में सड़कों पर उतरे कश्मीरी: अनंतनाग जिले के पहलगाम से लेकर पूरे कश्मीर के स्थानीय लोगों ने आतंकी हमले के पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हुए कैंडल मार्च निकाला है. मस्जिदों के इमाम लाउडस्पीकर के जरिए ऐलान कर आतंकियों को इस्लाम और कश्मीरियत के दुश्मन बता रहे हैं. मंगलवार को हमले के बाद से कश्मीर की अधिकतर मस्जिदों से ऐलान कर इस हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ अपनी हमदर्दी जताने की लिए बुधवार को कश्मीर बंद की अपील की गई।कश्मीर में मस्जिदों से हो रहा ऐलान: किश्तवाड़ की मस्जिद से ऐलान किया गया, "पहलगाम में जो दिलदोज हादसा पेश आया, मासूम जानें गईं, दहशतगर्दी की आड़ में जिनका कत्ल हुआ, उसकी पूरी मिल्लते इस्लामिया इसकी पुरजोर मजम्मत करती है और हुकूमते वक्त से मुतालवा करती है, इसकी तहकीकात की जाए. जो भी मुजरिम हैं, उन्हें सख्त सजा दी जाए." एलान में कहा गया, "इस हमले के विरोध में बुधवार को किश्तवाड़ बंद है। ( अशोक झा की कलम से )
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/