पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में नवनिर्मित तीर्थ स्थल की यात्रा का लंबा इंतजार खत्म होने वाला है। भगवान जगन्नाथ के आह्वान पर बंगाल की पावन भूमि में यज्ञ और मंगला आरती शुरू हो गई है। मंदिर का औपचारिक उद्घाटन अगले मंगलवार को महायज्ञ और अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर किया जाएगा। आज मैं जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन और महायज्ञ की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए दीघा में उपस्थित था। भारत और दुनिया से भगवान जगन्नाथ के कई भक्त बंगाल पहुंचेंगे। बनर्जी ने कहा मैंने उन्हें यह सुनिश्चित करने की सलाह दी कि उनकी यात्रा, आवास और भोजन में कोई असुविधा न हो। मैंने प्रशासनिक अधिकारियों को परिवहन व्यवस्था को सुचारू रखने तथा वाहनों से मुक्त रखने के निर्देश दिए हैं। पुरी के जगन्नाथ मंदिर की तरह ही दीघा समुद्र तट पर बनी यह रचना, यानि नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर, बंगाल की नई संस्कृति, विरासत, आध्यात्मिक चेतना के विकास और सद्भाव का प्रतीक बनकर उभरेगा। समुद्र तटीय शहर दीघा के आगमन ने बंगाल के दीघा के मुकुट में एक नया पंख जोड़ दिया है। दीघा की प्राकृतिक सुन्दरता और आध्यात्मिकता के मिश्रण से पर्यटक अधिक उत्साहित और आकर्षित होंगे। मुख्यमंत्री ने मंदिर की वास्तुकला की भी सराहना की और उम्मीद जताई कि इससे दीघा में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री के साथ राज्य के मंत्री अरूप विश्वास, चंद्रिमा भट्टाचार्य और राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने मंदिर के पुजारियों से बातचीत की और पूजा-अर्चना की तैयारियों का जायजा लिया।मुख्यमंत्री सोमवार को हावड़ा के डूमुरजला हेलीपैड से हेलीकॉप्टर के माध्यम से दिघा रवाना हुई थीं। रवाना होने से पहले उन्होंने राज्यवासियों से एकजुटता और शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, मैं जगन्नाथधाम जा रही हूं। आप सभी खुश रहें और आपस में सौहार्द्र बनाए रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि समुद्र के किनारे स्थित यह जगन्नाथ मंदिर दिघा में एक नया तीर्थस्थल बनेगा, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। उन्होंने इस परियोजना को बंगाल की हजारों वर्षों पुरानी स्थापत्य कला और संस्कृति का प्रतीक बताया। जानकारी के अनुसार, अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर बुधवार को जगन्नाथ मंदिर में देवताओं की प्राणप्रतिष्ठा का आयोजन होगा। इससे पहले मंगलवार को विशेष होम यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री इसी धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सोमवार को दीघा पहुंची हैं।मंदिर सूत्रों के अनुसार, उद्घाटन से पहले ही कई धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ हो चुके हैं। पुरी के जगन्नाथ मंदिर से आए राजेश दयितापति के नेतृत्व में शांति यज्ञ हो रहा है। इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास और उनकी संस्था से जुड़े लगभग 60 भक्त भी मांगलिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। पिछले गुरुवार से चार यज्ञकुंडों के बीच महाकुंड जलाकर वेद मंत्रोच्चार और पूजा हो रही है। जगन्नाथ, बलराम, सुभद्रा और सुदर्शन सहित कई देवताओं का दुग्ध स्नान भी सम्पन्न हो चुका है। मंदिर परिसर में उद्घाटन समारोह को ध्यान में रखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लगभग 800 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और आसपास के जिलों से भी अतिरिक्त बल बुलाया गया है। सोमवार से बुधवार तक पुरानी दिघा से नई दीघा तक 116बी राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को नियंत्रित किया गया है।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस दौरे के साथ ही दीघा में भक्तिमय माहौल बन गया है और राज्य भर की नजरें अब बुधवार को होने वाले प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम पर टिकी हुई हैं। मैं सद्भाव का आह्वान कर रहा हूं। अच्छे रहें, स्वस्थ रहें। ( बंगाल से अशोक झा )
ममता बनर्जी पहुंची दीघा, भगवान जगन्नाथ के आह्वान पर बंगाल की पावन भूमि पर यज्ञ और मंगला आरती शुरू
अप्रैल 28, 2025
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