मैं अनीता देवी, नालंदा जिले के अनन्तपुर गांव की रहने वाली हूं। मैंने जीवन में बड़े संघर्ष देखे हैं। लेकिन मेरा हमेशा से मन था, अपने दम पर कुछ करने का। 2016 में मैंने खुद स्वरोजगार करने का निर्णय लिया था। उसी दौर में स्टार्ट-अप्स का इतना क्रेज बढ़ गया था। इसलिए 9 साल पहले मैंने भी अपनी माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की।
मशरूम उत्पादन से आत्मनिर्भरता की ओर!
आज मशरूम उत्पादन के जरिये मैं अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही हूं। मैंने ना सिर्फ अपनी राह आसान की है, बल्कि सैकड़ों महिलाओं को रोजगार के अवसर देकर आत्मनिर्भर भी बनाया है। अब मेरी कंपनी किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक जैसी जरूरी चीजों को भी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराती है। आज इस कंपनी में काम करने वाली सैकड़ों महिलाओं को, आजीविका के साथ स्वाभिमान का जीवन भी मिल रहा है।
मेरी प्रेरणा – महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना!
बिहार सरकार की जीविका परियोजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की मदद से मैंने मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद मैंने सैकड़ों महिलाओं को भी मशरूम की खेती से जोड़ा है। अब मेरा सपना है कि गांव की हर महिला अपने पैरों पर खड़ी हो। अभी जो मखाना बोर्ड की स्थापना का ऐलान हुआ है, उसके बाद मैं मखाने से जुड़े काम के बारे में भी सोच रही हूं।
आत्मनिर्भर महिला, आत्मनिर्भर समाज!
मेरे साथ काम करने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनते देखना मेरी सबसे बड़ी खुशी है। मैं मानती हूं कि आर्थिक स्वतंत्रता ही महिलाओं के सम्मान और सामाजिक स्थिति को मजबूत करती है। आज जब मेरे साथ की महिलाएं अपने परिवार के लिए कुछ अच्छा करती हैं, तो मुझे इससे सबसे ज्यादा संतोष होता है।
अगर मैंने कर दिखाया, तो आप भी कर सकती हैं!
मेरा मानना है कि अगर मैं ये काम कर सकती हूं, तो ये कोई भी कर सकता है। मेरा देश की सभी बहनों को यही संदेश है कि वो आत्मनिर्भर बनें और अपने साथ साथ अपने परिवार का जीवन बदलने के लिए भी काम करें। अगर आप अपनी लगन और परिश्रम से आगे बढ़ने का प्रण कर लेंगी, तो दुनिया की कोई शक्ति आपको नहीं रोक पाएगी। ( पीएम नरेंद्र मोदी की कलम से )
#WomensDay
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