बांग्लादेश में हिंदुओं से नफरत और उन पर अत्याचार की घटना कोई नई बात नहीं है। लेकिन बांग्लादेश से जो तस्वीरें अब सामने आ रही हैं वो डरावनी है. दरअसल, बांग्लादेश के जेसोर के जामिया इस्लामिया मदरसा में एक कल्चरल प्रोग्राम का आयोजन किया गया। बांग्लादेश की लेखिका और कार्यकर्ता तस्लीमा नसरीन ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की कड़ी आलोचना की है और कहा कि देश अब चरमपंथी जमात-ए-इस्लामी के कब्जे में है। बातचीत में नसरीन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि देश पर अब जमात-ए-इस्लामी जिहादी और उग्रवादी समूहों का कब्जा है और वे बांग्लादेश के इतिहास को तबाह कर रहे हैं । उन्होंने सभी स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियों को नष्ट कर दिया और उन्होंने 1971 के मुक्ति संग्राम के म्यूजियम को नष्ट कर दिया और साथ ही, उन्होंने राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान के घर को भी नष्ट कर दिया।’अवामी लीग के नेताओं को जेल में डाल दिया- तस्लीमा नसरीन: तस्लीमा नसरीन ने कहा, ‘अवामी लीग की पार्टी में शामिल लोगों को या तो जेल में डाल दिया गया या फिर वह मारे गए।’ लेखिका ने आगे कहा, ‘बांग्लादेश में अंतरिम सरकार अवैध है और चुनाव जल्दी होने चाहिए ताकि सत्ता में आने वाली सही पार्टी देश पर लोकतांत्रिक तरीके से शासन कर सके। देश में सिर्फ महिलाओं के खिलाफ हिंसा नहीं है। चोरी, डकैती, आतंक, रेप, हत्या सब हो रहा है। इसका मतलब है कि कानून लागू करने वाली संस्थाएं कुछ नहीं कर रही हैं। इसलिए मुझे लगता है कि चुनाव जल्दी होने चाहिए और जो राजनीतिक पार्टी सत्ता में आए, उसे सत्ता मिलनी चाहिए। यह अच्छा है कि वे देश चलाएं। क्योंकि यह सरकार अवैध है और इस सरकार को देश चलाने का कोई अधिकार नहीं है।’नसरीन ने कहा कि मौजूदा अंतरिम सरकार में खुद चरमपंथी तत्व शामिल हैं, जिसकी वजह से उनके शासन में मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है और देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं और स्वतंत्र विचारकों को सताया जा रहा है। मैं पिछले छह महीनों से बांग्लादेश के बारे में सोच रही हूं। नसरीन ने कहा कि जमात-ए-इस्लामी को फिर से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए क्योंकि वे लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं और कथित तौर पर शरिया कानून लागू करना चाहते हैं।अवामी लीग के नेताओं को जेल में डाल दिया- तस्लीमा नसरीन: तस्लीमा नसरीन ने कहा, ‘अवामी लीग की पार्टी में शामिल लोगों को या तो जेल में डाल दिया गया या फिर वह मारे गए।’ लेखिका ने आगे कहा, ‘बांग्लादेश में अंतरिम सरकार अवैध है और चुनाव जल्दी होने चाहिए ताकि सत्ता में आने वाली सही पार्टी देश पर लोकतांत्रिक तरीके से शासन कर सके। देश में सिर्फ महिलाओं के खिलाफ हिंसा नहीं है। चोरी, डकैती, आतंक, रेप, हत्या सब हो रहा है। इसका मतलब है कि कानून लागू करने वाली संस्थाएं कुछ नहीं कर रही हैं। इसलिए मुझे लगता है कि चुनाव जल्दी होने चाहिए और जो राजनीतिक पार्टी सत्ता में आए, उसे सत्ता मिलनी चाहिए। यह अच्छा है कि वे देश चलाएं। क्योंकि यह सरकार अवैध है और इस सरकार को देश चलाने का कोई अधिकार नहीं है।’पाकिस्तान से लगातार करीबी बढ़ा रहे मोहम्मद यूनुस: हिंदुओं को सताया जा रहा- नसरीन
नसरीन ने कहा कि मौजूदा अंतरिम सरकार में खुद चरमपंथी तत्व शामिल हैं, जिसकी वजह से उनके शासन में मूर्तियों को तोड़ा जा रहा है और देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं और स्वतंत्र विचारकों को सताया जा रहा है। मैं पिछले छह महीनों से बांग्लादेश के बारे में सोच रही हूं। नसरीन ने कहा कि जमात-ए-इस्लामी को फिर से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए क्योंकि वे लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं और कथित तौर पर शरिया कानून लागू करना चाहते हैं।
तस्लीमा नसरीन ने कहा कि मुझे लगता है कि मुक्ति संग्राम का समर्थन करने वाले सभी राजनीतिक दलों को चुना जाना चाहिए, उन्हें चुनाव में भाग लेना चाहिए और उन्हें देश पर शासन करना चाहिए, न कि जमात-ए-इस्लामी के लोगों को जो मुक्ति संग्राम के खिलाफ हैं। वह पाकिस्तान के समर्थक और भारत के विरोधी हैं। नसरीन ने कहा कि मुसलमान काबा जाते हैं और ईसाई यरूशलेम जाते हैं, हिंदू महाकुंभ जाते हैं। मैं धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करती हूं, इसलिए मुझे लगता है कि हर व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। व्यक्तिगत तौर पर मैं धर्म का पालन नहीं करती, लेकिन मैं दूसरों के धर्म का पालन करने के अधिकार में विश्वास करती हूं। ( बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा )
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