भारत के पड़ोसी राष्ट्र बांग्लादेश में एक बार फिर से बवाल मच गया है। ट्रेन हड़ताल की वजह से देश में आफत आ गई है। हजारों की संख्या में विद्यार्थी ट्रेनों के सामने आकर बैठ गए हैं और ट्रेनों को चलने नहीं दे रहे हैं।
इससे भारी संख्या में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।छात्रों का बवाल इतना ज्यादा और प्रभावशाली है कि बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने ढाका मोहाखाली इलाके में सेना की 4 टुकड़ियां तैनात कर दी हैं। इसके बावजूद छात्र रेल ट्रैक से हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। टिटुमीर कॉलेज के स्टूडेंट्स ने रेलवे ट्रेक की नाकेबंदी कर दी है। वे कॉलेज को यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने की मांग कर रहे हैं।छात्रों ने सोमवार (3 फरवरी) को लगभग 4:15 बजे अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया। छात्रों की नाकेबंदी के कारण ढाका-टोंगी-ढाका सेक्शन पर ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी गई है. फिलहाल इस मार्ग पर कोई ट्रेन जारी नहीं है।इसके अलावा छात्रों का विरोध देखते हुए कई ट्रेनों के ड्राइवर ट्रेनें चलाना नहीं चाहते है, क्योंकि उन्हें हमले का डर सता रहा है।छात्रों की हुंकार- आंदोलन और तेज होगा: रेलवे पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी ने कहा, “हालात इस वक्त ठीक नहीं हैं। बवाल को देखते हुए सभी ट्रेनों को जहां-तहां रोक दिया गया है। छात्रों ने घोषणा की है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगी. इसके अलावा छात्रों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो उनका विरोध प्रदर्शन और तेज हो सकता है।छात्र प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे अली अहमद ने कहा, “जब तक मोहम्मद यूनुस या शिक्षा सलाहकार कॉलेज के यूनिवर्सिटी की मांग को पूरा नहीं कर देते, हम अपना घेराव जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “हम जनता से परेशानी के लिए माफी चाहते हैं, लेकिन सरकार ने हमें ऐसा करने के लिए मजबूर किया है।
::बांग्लादेश में आतंकियों को सत्ता में बैठाने की हो रही साजिश
बांगलादेश का एक टॉप सीक्रेट डॉक्यूमेंट का पर्दाफाश हो रहा है। चर्चा में एक ऐसी फाइल लगी है, जिसमें बांग्लादेश में बनने वाली अगली सरकार का ब्लूप्रिंट है।लेकिन इस फाइल में जो बातें लिखी हैं इसे जानकर आपके पांव तले जमीन खिसक जाएगी. क्योंकि बांग्लादेश में अब कट्टरपंथियों, जिहादियों और आतंकियों की सरकार बनने वाली है। आज ये भी खुलासा होगा की बांग्लादेश की नई सरकार में जाकिर नाइक का क्या रोल होने वाला है? बांग्लादेश में बनते नए पॉलिटिकल सिनेरियो के बाद कैसा बवंडर आएगा। इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है।बांग्लादेश में आतंकी जाकिर नाइक की एंट्री: अपनी तकरीरों के जरिए नौजवनों में धर्म के नाम पर नफरत भरने वाला कट्टरपंथी जाकिर नाइक अब हिंदुस्तान के पड़ोस में आकर बैठने वाला है। बांग्लादेश में अपने इशारे पर अगली सरकार बनवाने जा रहा है और इस बात का खुलासा उन्होंने खुद किया है। उन्होंने एक वीडियो संदेश के जरिए कहा कि मेरी दिली इच्छा बांग्लादेश आने की है।जाकिर नाइक ने बांग्लादेश में कदम रखने के लिए सरकार और खुद के बीच एक कड़ी तलाश ली है और इस कड़ी का नाम काजी शमीम है। ऐसे में सवाल उठता है कि काजी क्या करता है और वो कौन है? और ये सुर्खियों में क्यों है। ये जानने से पहले बांग्लादेश में बनने वाली अगली सरकार की ब्लूप्रिंट के बारे में जान लेते हैं।बांग्लादेश से आई इस टॉप सीक्रेट फाइल ने नये राजनीतिक गठबंधन के गठन और नेतृत्व की संभावनाओं की रिपोर्ट दर्ज है। इस डॉक्यूमेंट के मुताबिक बांग्लादेश में जल्द ही पांच नई पॉलिटिकल पार्टीज बनने जा रही हैं, जिनके लीडर पूर्व सैन्य अधिकारी होंगे। इसमें सबसे पहला नाम इकबाल करीम भुइयां का है, जो 2012 से 2015 तक बांग्लादेश के आर्म चीफ रहे हैं।वहीं, अबु बिलाल मोहम्मद शफी उल हक, जो 2015 से 2018 तक आर्मी चीफ रहे वो इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं।रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी हसन सरवर्दी, बांग्लादेश आर्मी के पूर्व ब्रिगेडियर जनरल शमीम कमल और मेजल जनरल रिटायर्ड एहतेशामुल हक, जिन्होंने बांग्लादेश गणतंत्रिक शक्ति नाम से पार्टी भी बनाई शामिल हैं।बताया जा रहा है कि ये पांचों पॉलिटिकल पार्टियां अगले चुनाव में एक साथ उतरने जा रही हैं यानी अब देश की बागडोर पूर्व सैन्य अधिकारियों के हाथ में आएगी। लेकिन इस टॉप सीक्रेट फाइल में इसके आगे के भी समीकरण समझिए।बांग्लादेश में होने वाले अगले चुनाव में जमात ए इस्लामी बाकी कट्टरपंथी संगठनों के साथ एक पॉलिटिकल पार्टी बनाएगी। इसके अलावा छोटे कट्टरपंथी संगठनों को मिलाकर एक पार्टी बनाई जाएगी और ये सभी पार्टियां एक साथ चुनाव मैदान में उतरेगी।
कौन है काजी शमीम: बांग्लादेश में अगली सरकार के ब्लूप्रिंट से ये भी खुलासा हुआ है कि कट्टरपंथियों, जिहादियों, आतंकियों की पार्टी जिस एक शख्स को अपना लीडर चुनेगी वो ही अगला प्रधानमंत्री बनेगा। अब सवाल उठता है कि कट्टरपंथी गठबंधन किसे अपना नेता चुनेगा? इस सवाल का जवाब है काजी शमीम।
काजी शमीम वो शख्स है जिसने शेख हसीना के तख्तापलट में अहम रोल निभाया। सउदी में बैठकर काजी शमीम ने प्रोटेस्ट को फंड किया. बताया जाता है कि काजी शमीम के कई आतंकी गुटों के साथ गठजोड़ हैं और जाकिर नाइक का भी करीबी बताया जा रहा है। हाल ही में मोहम्मद यूनुस के साथ भी काजी की मीटिंग हुई है। यूनुस से काजी की मुलाकात : यूनुस से काजी की मुलाकात और इस सीक्रेट डॉक्यूमेंट के आधार पर ये खुलासा हो रहा है कि बांग्लादेश में अगली सरकार में राष्ट्रपति के तौर पर मोहम्मद यूनुस ही फर्स्ट च्वाइस होंगे यानी सरकार आतंकियों और कट्टरपंथियों की होगी लेकिन इसका चेहरा यूनुस होगा।
जाकिर नाइक का रोल क्या होगा?: यहां एक बड़ा सवाल ये भी है कि बांग्लादेश की अगली सरकार में जाकिर नाइक का रोल क्या होगा? ये सवाल इसीलिए भी उठ रहे हैं क्योंकि हाल ही में जाकिर नाइक ने बांग्लादेश को लेकर एक बड़ा बयान दिया था।दरअसल, जाकिर नाइक ने कहा था कि दुनिया के सभी देशों में से सबसे ज्यादा फॉलोअर अगर कहीं हैं तो वो बांग्लादेश में हैं. मेरे फेसबुक पर मेरे 23.9 मिलियन फॉलोअर्स में से 6 मिलियन बांग्लादेश से ही हैं। अगली सरकार के समीकरण और इस सरकार में अहम किरदारों के जाकिर से कनेक्शन है। बांग्लादेश की टॉप सीक्रेट फाइल से ये तय माना जा रहा है कि बांग्लादेश में बवंडर आने वाला है। (बांग्लादेश बॉर्डर से अशोक झा )
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/