- लिखे जा चुके हैं हिंदुओं का नाम-ओ-निशान मिटा देने की साजिश के अध्याय
-जमात-ए-इस्लामी,हिफ़ाजत-ए-इस्लाम के साथ मिलकर रच रहा है साजिश
जिहादी एक एक हिंदू के लिए खौफनाक प्लान तैयार कर रहे हैं। पूरे बांग्लादेश से हिंदुओं का नाम-ओ-निशान मिटा देने की साजिश के अध्याय लिखे जा चुके हैं। एक-एक करके सीन पूरे किए जा रहे हैं। इस बीच हिंदुओं के सफाए के लिए बांग्लादेश में इस्लामी कट्टरपंथियों की पूरी साजिश का कच्चा चिठ्ठा खुल गया है। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अटैक से लेकर धर्म परिवर्तन के मामलों का सामने आना मंदिरों में तोड़फोड़ से लेकर हिंदुओं का कत्लेआम मचाने तक सब कुछ वेल स्क्रिप्टेड और प्लांटेड है।
जमात-ए-इस्लामी,हिफ़ाजत-ए-इस्लाम के साथ मिलकर साजिश रच रहा है।
हिन्दुओं को ख़त्म करने का प्लान जमात ए इस्लामी बना रहा है।
हिंदुओं के नरसंहार की खूनी साजिश चीन में रची जा रही है ।जमात-ए-इस्लामी,हिफाजत-ए-इस्लाम के बड़े नेता बीजिंग में हैं।कट्टरपंथियों का 14 सदस्यीय दल 28 नवंबर को बीजिंग पहुंचा। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के निमंत्रण पर कट्टरपंथी नेता बीजिंग पहुंचे। इस महीने बांग्लादेश के नेताओं की ये दूसरी चीन यात्रा है। बांग्लादेश के कट्टरपंथियों को चीन सम्मान दे रहा है।हिन्दुओ के खिलाफ एजेंडे को चीन का सपोर्ट है।चीन के साथ बैठक में जमात-ए-इस्लामी के अलावा कई इस्लामिक दल शामिल।खलीफा मूवमेंट, खलीफा काउंसिल, इस्लामिक ऑर्डर पार्टी भी शामिल।
अभी हिंदुओं का उत्पीड़न थमने के आसार नहीं: बांग्लादेश की मीडिया के मुताबिक बांग्लादेश के इतिहास में ये पहला मौका है जब, जमात या किसी कट्टरपंथी और इस्लामी पार्टी के नेताओं को सीधे सीपीसी आलाकमान यानी शी जिनपिंग की हरी झंडी के बाद चीन का आधिकारिक न्योता मिला है। बांग्लादेशी डेलिगेशन अभी तक चीन की खातिरदारी का लुत्फ उठा रहा है. लगातार 6 दिन से जमात अपने प्लान पर चीन में बैठकर काम कर रहा है। और बांग्लादेश में हिन्दुओं के नरसंहार की खूनी साजिश रच रहा है. वहीं से जैसा ऑर्डर आता है, हिंदुओं का वैसे ही नुकसान पहुंचाया जाता है। जरा सी शह पर दंगाई हिंदुओं को काटने लगते हैं और उनके इलाकों में आग लगाने के साथ-साथ तोड़फोड़ करने लगते हैं।हिंदुओं के सफाए का प्लान तैयार: इस कट्टरपंथी टूलकिट में हिंदुओं के सफाए के लिए बेहद खौफनाक प्लान तैयार किया गया है। बांग्लादेश अब जिहादियों की जन्नत बनता चला जा रहा है। यह लोग बांग्लादेश को बर्बादी के कगार पर ले गए हैं। यह लोग कितने हिंसक और बर्बर हो गए हैं। उसको इस बात से समझा जा सकता है कि चिन्मय दास का केस कोर्ट में लड़ने वाले वकील रमन रॉय को भी नहीं छोड़ा गया। वहां हिंदुओं को न अपनी रक्षा का अधिकार है न ही कानूनी तौर पर बचाव करने का अधिकार है। वहां हिंदुओं को कोई वकील नहीं मिल रहा है। रमन रॉय केस लड़ रहे थे, तो उनके घर में घुसकर उनका हत्या का प्रयास किया गया।बांग्लादेश सरकार की चुप्पी बहुत खतरनाक: जानकारी मिली है कि उनके एक और सहयोगी वकील को भी मारा पीटा गया है। यह पूरा षड़यंत्र और बांग्लादेश सरकार की चुप्पी बहुत खतरनाक है। वहां मानवाधिकार संगठन कहां छुप गए, यह भी समझ नहीं आ रहा है। यूएनएचआरसी किसलिए बना है? बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री को नोबेल शांति का पुरस्कार भी मिला है। समझ नहीं आ रहा है कि वह कैसी शांति चाहते हैं। यह पुरस्कार उन्हें किसने दे दिया, इस पर भी अब सवाल उठ रहे हैं। बांग्लादेश में अब अति हो चुकी है। अति सर्वत्र वर्जते। वहां जिस प्रकास के इस्कॉन के साधु-संतों को डरा धमकाकर देशद्रोह का केस लगाया जा रहा है। यह बहुत ही निंदनीय है। एक और जानकारी सामने आ रही है कि जो वकील चिन्मय प्रभु का केस लड़ रहे थे, उनके ऊपर भी केस लगाकर उन्हें फंसाया जा रहा है। वहां हिंदुओं को वैधानिक शरण लेने का भी अधिकार नहीं है। वकीलों के ऊपर हमला होने के बाद भी वहां की बार काउंसिल सोई हुई है।पढ़े-लिखे लोगों के भी सिर चढ़कर बोलता है : मुझे यह समझ नहीं आता। जिहाद पढ़े-लिखे लोगों के भी सिर चढ़कर बोलता है। भारत के न्यायिक सिस्टम में उच्चतम न्यायालय एक आतंकवादी के लिए रात तीन बजे तक सुनवाई करता है। दूसरी तरफ बांग्लादेश में अन्याय के खिलाफ खड़े होने वाले व्यक्ति के वकील तक को घर में घुस कर मारा जाता है। यह बहुत निंदनीय है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर टार्चर की टूल किट!: - पहले चरण में हिन्दुओं को धमकियां दो और धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाओ। दूसरे चरण में जगह-जगह जाकर मंदिरों पर हमले करो और खत्म कर दो।तीसरे चरण में घरों में मौजूद पुरुषों को टारगेट कर उनको मारो। चौथे चरण में महिलाओं और बच्चों को अगवा कर धर्म परिवर्तन करवाओ। पांचवे चरण में देश में मौजूद बड़े हिन्दू नेताओं को जेल में डालो। छठा चरण जो सबसे खतरनाक है. इसमें जो भी हिन्दू है और इस्कॉन से जुड़ा है उसका सर कलम करके मार दो। इस तरह कट्टरपंथियों ने बांग्लादेश से हिन्दुओं को खत्म करने का खूनी प्लान तैयार किया है. इस हिंदुओं का सफाया करने की खूनी प्लानिंग के कई एपिसोड प्रसारित हो चुके हैं. कत्लेआम मचाने के लिए कट्टरपंथी सरेआम ऐलान कर रहे हैं. हिंदुओं का गला काटने की धमकी दे रहे हैं. यूनूस सरकार आंखें मूंदकर बैठी हुई है।भारत में हो रहे प्रदर्शन: बांग्लादेश में मारे जाते हिंदुओं को बचाने के लिए हिंदुस्तान में भी आवाजें उठ रही हैं. मोदी सरकार भी कूटनीतिक चैनल्स के जरिये बांग्लादेश की यूनुस सरकार पर दबाव बना रही है. लेकिन भारत में इसको लेकर भी राजनीति हो रही है। ममता बनर्जी ने बांग्लादेश में हिंदुओँ के खिलाफ हिंसा के बहाने मोदी सरकार पर निशाना साधा है और भारत सरकार से इस मुद्दे पर अपना रुख संसद में क्लियर करने की मांग की है. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा के लिए शांति सेना भेजने की नसीहत भी दी है।ये गुट बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाकर दंगे भड़का रहे हैं।
पाकिस्तान से आया हथियारों का जहाज:11 नवंबर को पाकिस्तान से एक जहाज बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पहुंचा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस जहाज में मशीनगन, बम बनाने का सामान और अन्य हथियार लाए गए. इतना ही नहीं, इसके जरिए करीब 100 प्रशिक्षित आतंकवादियों को भी बांग्लादेश भेजा गया। यह जहाज एक चीनी कंपनी के माध्यम से भेजा गया था।
पाकिस्तानी और बांग्लादेशी सेना की गुप्त बैठकें।। रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश के सेना प्रमुख और पाकिस्तान के उच्चायुक्त के बीच नवंबर में तीन गुप्त बैठकें हुईं. इन बैठकों में हिंदू विरोधी हमलों को लेकर रणनीति तैयार की गई. दस्तावेज़ बताते हैं कि इन बैठकों के दौरान कट्टरपंथी गुटों को समर्थन देने और उनकी ताकत बढ़ाने पर चर्चा हुई।कट्टरपंथी गुटों का हिंदुओं पर हमला: हिज्ब उत तौहीद और इस्लामी छात्र शिबिर जैसे कट्टरपंथी गुट हिंदुओं पर सीधा हमला कर रहे हैं। इन गुटों ने हिंदू छात्रों और इस्कॉन के भक्तों को निशाना बनाकर हिंसा फैलाई. भगवा पहनने या तिलक लगाने पर हिंदुओं को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया जा रहा है।इस्कॉन ने जारी की गाइडलाइंस: बांग्लादेश में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए इस्कॉन ने अपने भक्तों और साधुओं के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं। इसमें कहा गया है कि वे सार्वजनिक रूप से भगवा कपड़े न पहनें, तिलक न लगाएं, और अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर रखें।चिन्मय कृष्ण दास के वकील पर हमला: इस बीच, चिन्मय कृष्ण दास के केस की पैरवी कर रहे वकील रमन रॉय पर जानलेवा हमला हुआ. कट्टरपंथियों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। अब दास का केस लड़ने के लिए कोई भी वकील तैयार नहीं है, जिससे उनकी जमानत सुनवाई एक महीने के लिए टाल दी गई।पाकिस्तान का मकसद और भारत पर असर: रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान, बांग्लादेश की जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कर रहा है। पूर्वोत्तर भारत के उग्रवादी गुटों से संपर्क कर उन्हें हथियार और पैसा भेजने की योजना बनाई जा रही है।
बांग्लादेश में हिंदू होना बना गुनाह: हालात इतने बिगड़ गए हैं कि बांग्लादेश में हिंदू होना अब खतरे से खाली नहीं है. वहां के हिंदू अपनी धार्मिक पहचान छिपाने के लिए मजबूर हो गए हैं।विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति बांग्लादेश में मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन की ओर इशारा करती है।
क्या बांग्लादेश में आतंकीहमला हो सकता है?
यह सवाल ब्रिटेन सरकार के द्वारा जारी एडवाइजरी के बाद उठ रहा है। ब्रिटेन ने बांग्लादेश के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि आतंकवादी हमले करने की कोशिश कर सकते हैं। लगातार हमले से देश हिल सकता है। ब्रिटेन के कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस यानी एफसीडीओ (FCDO) ने मंगलवार को एडवाइजरी को अपडेट किया है, जिसमें भीड़भाड़ वाले इलाके, धार्मिक इमारतें और राजनीतिक रैलियों से दूरी बनाने को कहा गया है। एडवाइजरी में कहा गया है कि कुछ ग्रुप ऐसे लोगों को निशाना बना सकते हैं, जिनके विचार और जीवनशैली इस्लाम के विपरीत हैं। अलर्ट में कहा गया है, "अल्पसंख्यक धार्मिक समुदायों के खिलाफ हमले हो सकते हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर भी हमले किए जा सकते हैं। प्रमुख शहरों में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से हमले हो सकते हैं। एफसीडीओ ने जरूरी यात्रा को छोड़कर बाकी जगहों पर जाने से भी मना किया है।( बांग्लादेश बॉर्डर से अशोक झा )
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