- जिसने मात्र 100 रुपए से शुरू की थी गायिका का सफर
- मां थी लोकगायिका जिसके प्रेरणा से मिला संगीत का मंत्र
- उदित नारायण ने ‘उन्नीस बीस’ फिल्म के लिए दिग्गज गायक मोहम्मद रफी के साथ अपना पहला गाना गाया था ‘मिल गया’
बॉलीवुड के मशहूर गायक उदित नारायण आज 69 साल के हो गए हैं। सिलीगुड़ी में उनसे मुलाकात का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। जब वह सिक्किम दौरे पर थे। एक मैथिल ब्राह्मण वह भी बिहार का हो तो गर्व की अनुभूति तो होती ही है। आज उनका जन्मदिन है। उनके बारे में उनसे बातचीत के बाद जो जानकारी मिली थी वह आपसब को भी जानना चाहिए।उदित नारायण झा एक प्रसिद्ध भारतीय पार्श्वगायक हैं। वे भारत और नेपाल में एक प्रख्यात गायक के रूप में जाने जाते हैं। साल 2009 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया। पद्म भूषण से 2016 में,उन्होंने 4 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते हैं। हालांकि, शुरुआत में उदित को बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर के तौर पर काफी संघर्ष करना पड़ा था। उदित ने अपना पहला हिंदी गाना मोहम्मद रफी के साथ गाया था। उनका जन्म 1 दिसंबर 1955 को जातीय मैथिल ब्राह्मण परिवार में एक नेपाली नागरिक हरे कृष्ण झा और एक भारतीय नागरिक भुवनेश्वरी झा के घर हुआ था।उदित नारायण ने अपने सिंगिंग करियर में तमिल, तेलुगु, मलयालम, ओडिया, नेपाली, भोजपुरी और बंगाली भाषा में कई गाने गाए हैं. आइए उनके जन्मदिन के मौके पर उनकी जिंदगी पर एक नजर डालते हैं।उदित नारायण का एजुकेशन: उदित नारायण ने अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई सुपौल के जागेश्वर हाई स्कूल से पूरी की। उसके बाद उन्होंने नेपाल के काठमांडू में त्रिभुवन विश्वविद्यालय के रत्न राज्य लक्ष्मी परिसर से इंटरमीडिएट की डिग्री हासिल की। उदित नारायण का पूरा नाम उदित नारायण झा है। उनके पिता हरे कृष्ण झा पेशे से एक किसान थे और उनकी मां भुवनेश्वरी देवी एक लोक गायिका थीं।उदित नारायण का शुरुआती करियर: उदित नारायण को गाने में अपना करियर बनाने की प्रेरणा अपनी मां से मिली. वह बचपन से ही में छोटे छोटे मंच पर गाया करते थे, लेकिन जब कई वक्त तक उन्हें कोई अच्छा प्लेटफॉर्म नहीं मिला, तब उनकी हिम्मत टूट गई थी और उन्हें लगने लगा था कि वह गलत लाइन में आ गए हैं. कुछ वक्त बाद उन्हें नेपाल के प्रोग्राम में मैथिली गाना गाने का मौका मिला. वहां उनकी आवाज सुनने के बाद लोगों ने उन्हें रेडियो पर गाने की सलाह दी. उदित नारायण ने इस सलाह को मानी और साल 1971 में उन्होंने पहली बार काठमांडू रेडियो पर ‘सुन-सुन-सुन पनभरनी गे तनी घुरीयो के ताक’ गाना गाया. उनकी यह पहल यादगार साबित हुई. लोगों को उनकी आवाज पसंद आने लगी और धीरे-धीरे उन्होंने नेपाल के संगीत के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई।100 रुपये महीने पर किया काम: उदित नारायण अपने सपनों को पूरा करने के लिए जब मुंबई आए, तब उन्होंने एक होटल में 100 रुपये महीने पर काम करना शुरू किया। इसी बीच अपने सपनों में उड़ान भरने के लिए उन्होंने भारतीय विद्या भवन में संगीत की शिक्षा लेनी भी शुरू की। कई मेहनत मशक्कत के बाद आखिरकार साल 1980 में उन्हें पहला ब्रेक मिला। उदित नारायण ने ‘उन्नीस बीस’ फिल्म के लिए दिग्गज गायक मोहम्मद रफी के साथ अपना पहला गाना ‘मिल गया’ गाया था।इसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा. सिंगर ने सौदागर, त्रिदेव, हम, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, करन अर्जुन, कुछ कुछ होता है, इश्क, हम साथ साथ हैं, मेला, धड़कन, लगान, वीर-जारा, तेरे नाम, स्वदेश, स्टूडेंट ऑफ द ईयर जैसी कई फिल्मों के लिए अपनी आवाज दी है।उदित नारायण का निजी जीवन: उदित नारायण के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने दो शादियां की हैं. पहली पत्नी रंजना नारायण हैं तो वहीं दूसरी पत्नी दीपा नारायण हैं. दरअसल, उदित ने दीपा नारायण के साथ गुपचुप शादी रचाई थी. हालांकि, वह उस समय पहले से ही शादीशुदा थे. जब दूसरी शादी के बाद पहली शादी की खबर सामने आई तब काफी बवाल हुआ. सिंगर ने तो अपनी शादी को झूठा बता दिया था, लेकिन बाद में जब कोर्ट में उनकी पहली पत्नी ने सबूत पेश किए तब उदित को यह स्वीकारना पड़ा. इसके बाद कोर्ट ने उन्हें दोनों पत्नियों के साथ रहने का फैसला सुनाया. मालूम हो कि जाने माने सिंगर आदित्य नारायण उदित और उनकी दूसरी पत्नी दीपा के बेटे हैं।
लता मंगेशकर ने उदित को दिया था ये गिफ्ट: उदित नारायण ने लता मंगेशकर संग अपनी मुलाकातों को याद करते हुए एक सिंगिंग इवेंट में किस्सा सुनाया था और कहा, 'मेरा जन्मदिन था और इत्तेफाक से लता जी मुझे से मिली... जब लता जी को मेरे बर्थडे के बारे में पता चला तो उन्होंने मुझे सोने की चेन गिफ्ट कर दी।' इतना ही नहीं सुरों की मल्लिका लता दी उदित की गायिकी की भी मुरीद थी और उन्हें ओरिजिनल सिंगर कहती थीं। ये किस्सा उदित नारायण ने बात करते हुए बताया था, 'मेरी लता दी से पहली मुलाकात थी।
दो शादी को लेकर जीवन में आई थी परेशानी : उदित नारायण झा ने दो शादियां की हैं। उनकी पहली पत्नी रंजना झा हैं दूसरी पत्नी दीपा गहतराज हैं। एक्टर की शादी को लेकर एक बार काफी विवाद हुआ था। एक्टर ने साल 1985 में दीपा से शादी की, फिर साल 2006 में रंजना ने दावा किया था कि वो सिंगर की पहली पत्नी हैं। सिंगर ने उन्हें पहचानने से भी इंकार कर दिया था। हालांकि जब रंजना कोर्ट पहुंची सबूत पेश किया तो फिर सिंगर ने इस बात पर सहमती जताई। उदित नारायण की पहली पत्नी रंजना ने सिंगर पर आरोप लगाया था कि उनके पति उन्हें धमकियां देते थे कि अगर वो उनकी दूसरी शादी के बारे में बताएंगी तो वो सुसाइड कर लेंगे। लेकिन रंजना बाद में ये मामला कोर्ट लेकर पहुंची था सिंगर ने भी उनसे शादी की बात को कबूला था। फिर कोर्ट ने उदित नारायण को अपनी दोनों पत्नियों के साथ जिंदगी गुजारने का आदेश दिया था। वहीं दीपा से शादी के बाद उदिता का एक बेटा आदित्य भी हो गया था। सिंगर की पहली पत्नी उनके दूसरी पत्नी दीपा के साथ ही रहती हैं। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है, इसके बारे में कुछ साफ नहीं कहा जा सकता है। जब भारत सरकार ने पद्मश्री से उन्हें सम्मानित किया तो नेपाल में भी इसका विरोध हुआ। उदित ने कहा था कि मैं नेपाल का हूं, लेकिन मेरी मां बिहार से हैं। खैर यह सिलसिला चलता रहा और भारत सरकार ने 2016 में उदित नारायण को पद्म भूषण से भी सम्मानित किया। ( अशोक झा की कलम से )
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/