- गिरफ्तारी के बाद अज्ञात स्थान पर ले जाया गया, भारत से दखल देने की मांग
ब्रह्मचारी ने 25 अक्टूबर को चटगांव में हिंदुओं की नवीनतम सभा को किया था संबोधित
बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की कहानी थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के बाद एक साधू को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए साधू का नाम चिन्मय कृष्ण प्रभु बताया जा रहा है। चिन्मय कृष्ण दास ने बांग्लादेश में हिंदुओं के समर्थन में रैली की थी। पुलिस ने उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया था। इस्कॉन कोलकाता के वाइस प्रेसिडेंट राधारमण दास ने कहा, अभी-अभी मुझे हैरान करने वाली खबर मिली है। हिंदू साधु और इस मुश्किल समय में बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों के नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को ढाका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है। उन्हें ढाका पुलिस की जासूसी शाखा ने गिरफ्तार किया है। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद से हिंदुओं पर अत्याचार थम नहीं रहा है। इस महीने के पहले सप्ताह दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह शहर चटगांव में ऐसी ही एक घटना सामने आई थी। यहां इस्कॉन मंदिर पर टिप्पणी के बाद हिंसा भड़की थी। शहर के कुछ हिस्सों में सेना की बुलाई गई।।इस घटना को लेकर ये बात सामने आई थी कि एक मुस्लिम दुकानदार ने इस्कॉन के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था। इसके बाद हिंसा भड़क गई। इसमें कई लोग घायल हुए थे।चिन्मय को फर्जी राजद्रोह मामले में ढाका के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया है. बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के नेता चिनम्य इस साल 5 अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के बाद से हिंदुओं पर होने वाले हमलों के खिलाफ हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों में सबसे आगे रहे हैं। दो लोग पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार: इससे पहले चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी और कई अन्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होने से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के कुछ वर्गों में आक्रोश फैल गया था. ब्रह्मचारी ने हिंदू समुदाय के अन्य लोगों के साथ मिलकर 25 अक्टूबर को चटगांव के न्यू मार्केट चौराहे पर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराया था। 30 अक्टूबर को पुलिस ने उन पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। खबरों के मुताबिक चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अतिरिक्त उपायुक्त (जनसंपर्क) काजी मोहम्मद तारेक अजीज ने कहा कि इस मामले के सिलसिले में राजेश चौधरी और हृदय दास नामक दो लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।राष्ट्रीय ध्वज का किया अपमान? छात्र आंदोलन के बाद हसीना को भारत भागना पड़ा, जिसके बाद न्यू मार्केट स्क्वायर पर लगाए गए एक पोल से राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। सनातन जागरण मंच के 25 अक्टूबर के विरोध प्रदर्शन के दौरान ब्रह्मचारी और अन्य ने कथित तौर पर बांग्लादेश के झंडे के ऊपर भगवा झंडा लगाया। झंडे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इसके बाद भगवा झंडा हटा दिया गया. चार्जशीट में ब्रह्मचारी और अन्य पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करके देशद्रोह में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। उनपर आरोप है कि उन्होंने देश की संप्रभुता को कमजोर करने और अशांति पैदा करने की कोशिश की है। 'अफगानिस्तान-सीरिया बन जाएगा बांग्लादेश': ब्रह्मचारी ने 25 अक्टूबर को चटगांव में हिंदुओं की नवीनतम सभा में कहा था,'अगर कोई हमें इस देश से बेदखल करना चाहता है और शांति से रहना चाहता है तो यह अफगानिस्तान या सीरिया बन जाएगा। कोई लोकतांत्रिक ताकत नहीं होगी।
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