संजय तिवारी
कांधार विमान अपहरण कांड कोई युगों की बात नहीं है। सब पब्लिक डोमेन में है लेकिन भारत के कुछ फिल्मकार सच्चाई दिखाने के चक्कर में कहीं और के इशारे पर जो तथ्य परोस रहे हैं उससे चिंता होती है। 1999 में यह अपहरण हुआ। अटल जी की सरकार थी। आईएसआई ने यह कराया। तीन आतंकवादियों ने इसे अंजाम दिया जिनके नाम हैं मोहम्मद इब्राहिम अख्तर, मोहम्मद शाहिद अख्तर और मोहम्मद सन्नी अहमद । अभी नेटफ्लिक्स पर यह घटना एक शृंखला के रूप में परोसी गई है जिसमें आतंकवादियों को भोला और शंकर नाम दिए गए हैं। गजब की कला है भाई। भारत के साथ ऐसा धोखा वर्षों से चल रहा है लेकिन इस सीरीज के निर्माता ने तो सीधे मक्खी से भरी गिलास ही परोस दी है। इस अपहरण और उसके बाद की उपजी स्थितियों को देश ने झेला है। ताजी घटनाओं में तथ्य इस प्रकार से तोड़ कर परोसने के पीछे कौन लोग हैं? भोला और शंकर ने यह अपहरण किया था? भारत के फिल्मजगत में ऐसे भारत विरोधी मानसिकता वालों को कौन प्रश्रय दे रहा?
कांधार विमान हाईजैक पर बनी इस #Webseries #IC814 में सीधे सीधे हिन्दुओं को बदनाम करने की कोशिश की गई है । इसमें आतंकियों के नाम भोला और शंकर क्यों रखें है ?
यह सभी को पता है कि 24 दिसंबर, 1999 की एक सर्द दोपहर को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC 814 में सवार 176 यात्रियों की किस्मत तब बदल गई जब पांच नकाबपोश लोगों ने सरकारी एयरबस A300 को हाईजैक कर लिया। काठमांडू से दिल्ली जा रही फ्लाइट को कई जगहों पर डायवर्ट किया गया और आखिरकार उसे अफगानिस्तान के तालिबान के नियंत्रण वाले कंधार में उतारा गया।
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