अशोक झा, सिलीगुड़ी: चाय श्रमिकों के बोनस की मांग को लेकर दार्जिलिंग हिल्स में 12 घंटे का आहूत बंद पूरी तरह सफल है। हिल्स में 85 चाय बागान है। श्रमिक पूजा के मौके पर 20 फीसदी बोनस की मांग कर रहे है। बंद को भाजपा और उनकी सहयोगी पार्टियां बंद का समर्थन कर रही है। दार्जिलिंग के सांसद राजू विष्ट ने कहा की चाय उद्योग, श्रम विभाग और पश्चिम बंगाल सरकार कानों में तेल डालकर और आंखों पर पट्टी बांधकर बैठी है, जबकि चाय बागान श्रमिक महीनों से उचित 20% बचत की भीख मांग रहे हैं। हताशा और हताशा में कर्मचारियों ने 30 सितंबर 2024 को 12 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है। हम इस उचित और उचित बोनस के लिए श्रमिकों की मांग का पूरा समर्थन करते हैं और एकजुटता के साथ खड़े हैं। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि वे चाय बागान श्रमिकों द्वारा अपने अधिकारों के लिए किए गए आह्वान का सम्मान करते हुए इस हड़ताल को पूरी तरह से अराजनीतिक रखें। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने हस्तक्षेप के अनुरोधों के बावजूद उत्तर बंगाल में अपनी वर्तमान उपस्थिति के दौरान भी चाय बागान श्रमिकों की दुर्दशा को नजरअंदाज किया है। इससे पता चलता है कि दार्जिलिंग के लोगों को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की ज्यादा परवाह नहीं है। जीटीए हितधारकों और जो लोग पश्चिम बंगाल सरकार के साथ मिलकर काम करने का दावा करते हैं, उन्हें अपनी स्थिति पर पुनर्विचार करना चाहिए।
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