- मेयर से कहा, बस्ती शब्द सुनने में अच्छा नहीं लगता इसका नाम उत्तरण कर दो
सिलीगुड़ी: दुर्गा पूजा के बहाने भी बंगाल में राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप जारी है।आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इशारों ही इशारों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे और यहां पूजा मंडप के उद्घाटन करने पर तंज कसा है। मोहम्मद अली पार्क के पूजा मंडप का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए सीएम ने कहा कि कुछ लोग बंगाल की संस्कृति के बारे में कुछ नहीं जानते हैं और यहां परिवर्तन का खोखला दावा करते हैं। बंगाल की बातें कहने से पहले यहां के इतिहास व संस्कृति को जानना जरूरी है। खोखली बातों से बंगाल के लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता है। वहीं, उद्घाटन के दौरान मंडप में तृणमूल सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय भी मौजूद थे। उन्होंने भी अप्रत्यक्ष तौर पर शाह पर निशाना साधा। बंद्योपाध्याय ने कहा कि अपने दौरे पर आकर उन्होंने कहा कि उत्तर कोलकाता में राम मंदिर का निर्माण कर दिया। धर्म के नाम पर क्या राजनीति करना सही है?इस मौके पर शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम भी मौजूद थे। उद्घाटन के दौरान फिरहाद ने सीएम से कहा कि चेतला में कोलकाता की सबसे बड़ी बस्ती है। इस बस्ती में रहनेवाले लोग हर चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को अपना वोट देते हैं। इस बस्ती में रहने वाले सीएम से उम्मीद लगाये हुए हैं। फिरहाद हकीम उस वक्त कुछ और कहने वाले थे। लेकिन, ममता बनर्जी ने मेयर का भाषण बीच में ही रोकते हुए पूछा कि उस क्षेत्र के सभी लोगों को जमीन का पट्टा मिला है या नहीं? मेयर ने कहा कि सभी को पट्टा मिल चुका है। इसके बाद सीएम ने मेयर से कहा कि बस्ती शब्द सुनने में ठीक नहीं लगता है। ऐसे में फिरहाद हकीम ने सीएम से इस बस्ती के लिए एक नाम तय करने का अनुरोध किया।
बस्ती के बजाय प्रयास या उत्तरण नाम निर्धारित करने का निर्देश
सीएम ने कहा कि वह कोलकाता में किसी इलाके का नाम बस्ती के रूप में नहीं रखना चाहती हैं। अलीपुर के आमरा सकल पल्ली समिति के पूजा मंडप के उद्घाटन के दौरान शहरी विकास मंत्री व कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने उनसे बस्ती के बजाय उसका नाम प्रयास या उत्तरण निर्धारित करने को कहा। गौरतलब है कि गत सोमवार को पूजा मंडप का उद्घाटन करने के दौरान गृहमंत्री ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर का द्वार खुलने से पहले ही उत्तर कोलकाता ने राम मंदिर का निर्माण कर दिया। इसके लिए आयोजकों को बहुत धन्यवाद। उन्होंने यह भी कहा था कि बंगाल में परिवर्तन के लिए जो करना पड़ेगा वह करेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लगभग 2.46 लाख किसानों को राहत सहायता के रूप में197 करोड़ रुपए जारी करने की घोषणा की, जो सीजन के दौरान अपर्याप्त वर्षा के कारण धान की बुआई करने में असमर्थ थे। @रिपोर्ट अशोक झा
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