गौहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पूर्व आदिवासी उग्रवादियों से अपने समुदाय को सकारात्मक चीजों की ओर ले जाने और उनकी त्वरित प्रगति सुनिश्चित करने के लिए अपने नेतृत्व कौशल का उपयोग करने का आग्रह किया। कहा की अब ये राष्ट्र के मुख्य धारा से जुड़े है यह आम नागरिक है उग्रवादी नहीं।
ये बातें मुख्यमंत्री ने राजधानी के पंजाबारी स्थित श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र प्रेक्षागृह में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर मई 2021 से असम में 7,229 विद्रोही मुख्यधारा में लौट आए। हमारी सरकार ने उनके पुनर्वास में 305 करोड़ रुपये का निवेश किया है। आज, हमने आदिवासी उग्रवादी समूहों से संबंधित 1,181 आत्मसमर्पण करने वाले कैडरों को समझौते के मुताबिक 47 करोड़ रुपये के पुनर्स्थापन के लिये दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनमें आदिवासी कोबरा मिलीटेंट ऑफ असम (एकमा), आदिवासी नेशनल लिबरेशन आर्मी (आनला), बिरसा कमांडो फोर्स (बीसीएफ), आदिवासी पीपुल्स आर्मी (एपीए) तथा संथाल टाइगर फोर्स (एसटीएफ) के पूर्व उग्रवादी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि इन उग्रवादी संगठनों के आठ गुटों के 1,183 कैडरों ने हथियार के साथ चालू वर्ष की 6 जुलाई को इसी स्थान पर आत्मसमर्पण किया था। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इनके आत्मसमर्पण के दौरान हस्ताक्षर किए गए समझौता पत्र के अधिकांश प्रावधानों को लागू किया जा चुका है। आज उनके पुनर्संस्थापन से संबंधित एकॉर्ड के क्लाज 3 के प्रावधान को भी पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक कैडरों के नाम से स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में 4 लाख रुपये की फिक्स डिपाजिट कर दी जाएगी। इस फिक्स्ड डिपॉजिट के आधार पर तत्काल ही 3 लाख 20 हजार रुपये का ऋण बगैर किसी गारंटी के लिया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि 3 वर्ष की अवधि में किस्तों में 3 लाख 20 हजार रुपये का कर्ज चुका दिया जाता है तो 4 लाख रुपये की फिक्स डिपाजिट की राशि वे बैंक से निकाल सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके अलावा सरकार द्वारा राज्य के बेरोजगारों के लिए जो सब्सिडी वाले ऋण की घोषणा की गई है, उसके तहत भी आप सभी भी ऋण ले सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके अलावा यदि कोई कौशल विकास संबंधी ट्रेनिंग लेना चाहता है तो वह असम पुलिस की विशेष शाखा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हिरेन नाथ से सीधे संपर्क कर सकता है। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने इन सबके लिए शुभकामनाएं दी।राज्य के गृह विभाग तथा असम पुलिस की विशेष शाखा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ राज्य के मुख्य सचिव पवन कुमार बोरठाकुर, राज्य के पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हिरेन नाथ, आईएएस अधिकारी रवि कोटा, नीरज वर्मा समेत कई वरिष्ठ पुलिस एवं नागरिक प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। @ रिपोर्ट अशोक झा
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