-चीनी घुसपैठ और फर्जी पासपोर्ट ने खोले इस सिंडीकेट का खुला राज
सिलीगुड़ी: फर्जी पासपोर्ट मामले में अबतक 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले में कई अभी रडार पर है। सीबीआई को आशंका है की इस पूरे प्रकरण में स्थानीय स्तर पर कोई बड़ा सफेद पोश इसकी मदद जरूर करता होगा। इस पूरे मामले में प्रशासनिक अधिकारियों की मिली भगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। आपको बता दे की फर्जी पासपोर्ट का हेड क्वार्टर सिलीगुड़ी का राठौर का यह घर था। इसी मकान में फर्जी पासपोर्ट के लिए सभी प्रकार के कागजात बनते थे। उसे बिना जांच परख कर पैसे के भट्ठी में पूरा किया जाता था। लोग तो यह भी कहते है की यहां इस काम के लिए पैसा के अलावा सुरा और सुंदरी का भी इंतजाम होता रहा है। बताया जा रहा है की यह पूरी कारवाई नोएडा एसटीएफ के खुलासे के बाद फर्जी पासपोर्ट को लेकर एक बड़ी कार्रवाई हुई है। यहां पर पकड़े गये चीनी नागरिकों से पश्चिम बंगाल के पते पर बने पासपोर्ट बरामद हुए थे। जिन्हें चीनी नागरिकों ने दार्जिंलिंग के पते पर बनवाया था। इसके बाद दिल्ली में पकड़े गये गैंग से भी पश्चिम बंगाल में विदेशी नागरिकों के फर्जी तरीके से बनने वाले भारतीय पासपोर्ट के संबंध में अहम जानकारियां मिली थी। जिसके बाद नोएडा एसटीएफ की ओर से एक रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय व प्रदेश शासन को भेजी गई थी। जिसमें इन चीनी नागरिकों के द्धारा बनवाये गये पासपोर्टो समेत संपूर्ण जानकारी तथ्यों के साथ दी गई थी और पश्चिम बंगाल को फर्जी तरीके से विदेशी नागरिकों के भारतीय पासपोर्ट बनाने का केन्द्र बताते हुए उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की थी। इस प्रकरण में वर्तमान में सीबीआई के द्धारा जांच की जा रही है। नोएडा एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार चीनी नागरिक से पश्चिम बंगाल के पते पर बने पासपोर्ट बरामद होने के बाद उन्होंने पूरी रिपोर्ट केन्द्रीय जांच एजेंसियों और मुख्यालय को भेजकर जांच की सिफारिश की थी और वर्तमान में वह ही इस प्रकरण में जांच कर रहे हैं और उनकी रिपोर्ट के बाद दार्जिंलिंग में इस प्रकरण में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। 50 से अधिक स्थानों पर सीबीआई ने की छापेमारी
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट जारी करने के मामले में सीबीआई ने शुक्रवार से बड़ी कार्रवाई की जो शनिवार को भी जारी थी। केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने 24 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई ने इस मामले में सिलीगुड़ी में पासपोर्ट सेवा लघु केंद्र के एक वरिष्ठ अधीक्षक उत्तम कुमार साहा को एक बिचौलिए के साथ गिरफ्तार किया है। इस मामले में कोलकाता, गंगटोक, सिलीगुड़ी और अन्य स्थानों सहित लगभग 50 जगहों पर कार्रवाई की है। सीबीआई को कि जानकारी मिली थी कि सरकारी अधिकारियों की मिली भगत से फर्जी कागजात पर पासपोर्ट जारी किए जा रहे हैं, जिस पर कार्रवाई करते हुए 16 लोक सेवकों सहित 24 लोगों के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है। कई संदिग्ध रडार पर हैं। इस मामले में सरकारी अधिकारियों की संलिप्तता से संबंधित दस्तावेज भी बरामद करने की बात सीबीआई ने अपने बयान में कही है।
गंगटोक के पते पर बना था सुफाई का पासपोर्ट
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में रहने वाले चाइनीज नागरिकों ने पश्चिम बंगाल से अपने पासपोर्ट बनवाये थे।एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार नोएडा में गिरफ्तार किए गये चीनी नागरिक सुफाई ने अपना पासपोर्ट गंगटोक के पते पर बनवाया था और उसे दार्जिलिंग से जारी किया गया था। जिसको लेकर वहां पर भी मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा भी जार्ज व अन्य कुछ चीनी नागरिकों ने भारतीय पासपोर्ट बनवाये थे और उन्होंने भारतीय नागरिकता वाले सारे पहचान पत्र भी बनवा रखे थे। जिन्हें मिले इन दस्तावेजों को लेकर जांच जारी है।
एसटीएफ की रिपोर्ट पर तीन चीनी नागरिकों के लुक आउट नोटिस जारी
देश भर में लोन, गेमिंग और ट्रेडिंग एप के माध्यम से हजारों करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले गिरोह की अहम कड़ी रहे चीन के तीन नागरिकों के खिलाफ नोएडा एसटीएफ की रिपोर्ट पर लुकआउट नोटिस जारी किए गए हैं। यह तीनो चीनी नागरिक ठगी के उस गिरोह से जुड़े थे, जिन्होंने देश में सौ से अधिक फर्जी कंपनियां खोली और ठगी के पैसे को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर चीन भेज दिया था। इस गिरोह के खिलाफ नोएडा एसटीएफ की टीम जांच में लगी है। एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार उनके द्धारा शासन को भेजी गई रिपोर्ट के बाद चीन के नागरिक ली योंग, हेलई,हूहुईंग के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। जिनके बारे में पूरी रिपोर्ट जांच एजेंसी के द्धारा शासन को भेजी जा चुकी है।
11 चीनी नागरिकों समेत 22 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
एसटीएफ के द्धारा इस प्रकरण में 11 चीनी नागरिकों समेत 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिनके खिलाफ 54 सौ पेज की चार्जशीट भी न्यायालय में दी जा चुकी है और वर्तमान में यह मामला न्यायालय में ट्रायल पर है।
ईडी, इनकमटैक्स औऱ डीआरडीओ भी जुटे जांच में
नोएडा एसटीएफ की रिपोर्ट के बाद ही ईडी, इनकम टैक्स और डीआरडीओ भी इस मामले की जांच कर रहे हैं। नोएडा एसटीएफ के द्धारा इस मामले की जांच करते हुए अभी तक 80 से अधिक बैंक खातों का पता लगाकर उनमें 25 करोड़ रूपये फ्रीज कराये जा चुके हैं।
यह है मामला
बगैर पासपोर्ट-वीजा चोरी से काठमांडू के रास्ते देश में आए चीन के दो नागरिकों को 11 जून 2022 की शाम को बिहार के सीतामढ़ी स्थित नेपाल बॉर्डर पर पकड़ा गया था। जिन्हें वहां के सुरसंड थाना क्षेत्र में रखा गया है। इन दोनों के चीनी जासूस होने का शक था। पूछताछ में सामने आया है कि ये चोरी से 24 मई को भारत की सीमा में दाखिल हुए थे। इसके बाद सीधे टैक्सी से नोएडा आए। नोएडा में 17 दिन तक रहे और शनिवार को यहीं से वापस जा रहे थे। जिसके बाद मिले इनपुट के आधार पर ग्रेटर नोएडा पुलिस ने गुरूग्राम के फाइव स्टार होटल से सुफाइ और उसकी नागालैंड की प्रेमिका पेटेख रेनुओ को गिरफ्तार किया। जनसे हुई पूछताछ में लगातार खुलासे हो रहे हैं। उनके पास से भारत में दार्जिलिंग से तैयार किया गया फर्जी पासपोर्ट, आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड बरामद हो चुका है। उसके बाद अभी तक इस मामले में 11 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जिनके द्धारा सौ से अधिक फर्जी कंपनियों के माध्यम से यहां से ठगी के पैसे को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर चीन भेजा जा रहा था। यह लोग यहां पर गेमिंग, ट्रेडिंग और लोन एप के माध्यम से देश भर में लोगों को ठगने में जुटे थे। नोएडा और हैदराबाद इनके प्रमुख केन्द्र थे, जबकि दिल्ली का गफ्फार मार्किट भी इनका बड़ा अड्डा था। जहां से उन्हें भारतीयों के बैंक खातों समेत स्थानीय गिरोह की मदद मिलती थी। @रिपोर्ट अशोक झा
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