अबू धाबी में फ्लाइट रुकने के बाद स्टाफ ने जैसे ही एक भारतीय यात्री का पासपोर्ट चेक किया उसके आश्चर्य का ठिकाना न रहा। स्टाफ को पासपोर्ट पर अंकित जन्म वर्ष 1896 पर विश्वास ही नहीं हुआ। उसे लगा कि पासपोर्ट नकली है क्योंकि वर्ष 1896 में पैदा हुआ एक व्यक्ति हवाई यात्रा कैसे यात्रा कर सकता है?
1896 में पैदा हुए योगाचार्य स्वामी शिवानंद थे। अब वह 127 साल के हो चुके हैं। उनका जन्म 8 अगस्त, 1896 को बांग्लादेश में हुआ था। वह यूपी के वाराणसी के दुर्गाकुंड स्थित कबीर नगर में रह रहे हैं। रात में 9 बजे सो जाते हैं और वह सुबह 3 बजे ही उठ जाते हैं। सुबह भगवत गीता पढ़ते हैं। रात के भोजन में जौ से बना दलिया, आलू का चोखा और उबली सब्जियां नियमित रूप से खाते हैं। वह दिन में कभी नहीं सोते हैं।
इस उम्र की भी पड़ाव में उनकी फुर्ती देखकर सभी लोग हैरान थे। वहां पर मौजूद सभी लोग उत्साह से उनके साथ फोटो खींचने में लग गए। उन्हें वर्ष 2022 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। ये है हमारे योग की शक्ति।
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