काशी में काशी विश्वनाथ मंदिर ही नहीं गली-गली में महादेव के मंदिर है। इन मंदिरों में एक ऐसा महादेव का मंदिर भी है जिसके शिवलिंग को कोई आमभक्त स्पर्श नहीं कर सकता है। इस शिवलिंग को पुजारी व अर्चक ही स्पर्श करते हैं। यह मंदिर है राम कृपेश्वर महादेव मंदिर, जिसकी स्थापना स्वामी करपात्री जी ने किया था। केदार घाट स्थित करपात्र धाम में धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज द्वारा 1970 में राम कृपेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना की गई। मंदिर में स्थापित राम कृपेश्वर महादेव की महिमा बहुत ही निराली है जो यहां पर दर्शन पूजन करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मंदिर की खास विशेषता यह है कि इस शिवलिंग का पुजारी और अर्चक के सिवा कोई स्पर्श नहीं कर सकता है। दूर से ही दर्शन पूजन करने का विधान है। मंदिर के अर्चक पंडित जनार्दन दुबे ने बताया कि धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज ने 1970 में मंदिर के स्थापना की और मंदिर का यह नियम है कि आश्रम के पीठाधीश्वर, अर्चक और पुजारी के सिवा कोई भी शिवलिंग का स्पर्श नहीं कर सकता है । करपात्र धाम में निवास करने वाले पवन ब्रह्मचारी ने बताया कि मंदिर के सुचिता के लिए स्वामी करपात्री जी महाराज ने नियम बनाया था कि मंदिर में स्थापित शिवलिंग का कोई स्पर्श ना करें और दूर से ही दर्शन पूजन करें। स्वामी करपात्री जी महाराज शिवलिंग को स्पर्श करने को लेकर काफी कठोर थे उनका कहना था कि बिना पूर्ण रूप से शुद्ध हुए शिवलिंग का स्पर्श करना ठीक नहीं है इस से पाप लगता है
काशी में महादेव का एक ऐसा मंदिर जिसके शिवलिंग को सिर्फ पुजारी व अर्चक ही स्पर्श कर सकते हैं, कारण नहीं जानना चाहेंगे
जुलाई 18, 2023
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