रोचेस्टर की डायरी 3
पिछले कई दिनों से जिस अमेरिकी शहर को मैंने अपना निवास स्थान बना रखा है , वह धीरे-धीरे अब अच्छा लगने लगा है । इसकी बड़ी प्यारी सी वजह यह है कि यहां पर मेरी बड़ी बेटी और दामाद ( दोनों डॉक्टर ) रहते हैं ।
यद्यपि नगर के सुंदर लगने का सिर्फ यही एकमात्र कारण नहीं है । इसके अन्य कारण भी हैं , जैसे यहां पर ध्वनि और वायु प्रदूषण मानक से बहुत कम हैं । जहां तक जल प्रदूषण की बात है, तो बता दूं , इस नगर के लोग नल का पानी पीते हैं , जो सबके यहां आता है । यहां जमीन में बोरिंग कराने की इजाजत किसी को नहीं दी जाती है । लीजिए, अब तक शहर का नाम तो बताया ही नहीं। मेरे लिए यह प्यारा सा नगर न्यूयॉर्क राज्य का रोचेस्टर है। और शहर के जिस हिस्से में मैं रहता हूं , उसे पेनफील्ड्स कहा जाता है।
यहां पहले दिन से ही मैंने महसूस किया था कि नगर में हरियाली का अनुपात जनसंख्या की दृष्टि से काफी अधिक है । अमूमन जिस भी सड़क से गुजरें, वृक्षों की कतारें हमारा ध्यान खींचती हैं। मेरा तो यहां तक अनुभव है कि अगर आप थोड़ी संजीदगी से फुटपाथ पर टहल भी रहे हैं, तो आसपास की घास और अन्य वनस्पतियों की गंध को सहजता से महसूस किया जा सकता है।
सड़कों पर चलने वाले वाहनों से न तो भीड़ होती है और ना ही शोर । हार्न का इस्तेमाल तो प्रतिबंधित ही है । सड़क पर निश्चित दूरी रखते हुए ही गाड़ियां चलती हैं। अपने देश की तरह एक के पीछे एक वाली कतार यहां नहीं दिखती है।
कार में जितनी सीटें हैं , उतने ही आदमी बैठने की इजाजत है । और छोटे बच्चों के लिए अलग से सीट लगाना अनिवार्य है । ऐसा न करना जुर्माने की वजह बन सकता है । इस नगर की सड़कों पर पैदल लोग कम ही दिखते हैं । लेकिन अगर नजर आएंगे तो फुटपाथ पर चल रहे होते हैं।
रोचेस्टर में बाइक और साइकिल का स्कोप मुझे कम दिखता है। क्योंकि यह सड़कों पर कम दिखतीं हैं। एक और बात, भारत की सड़कों पर जो गाड़ियां दिखती हैं वह यहां नहीं दिख रही हैं। पेट्रोल की कारों के अलावा यहां इलेक्ट्रिक की भी गाड़ियां चलती हैं। ड्राइविंग सीट भी यहां बाएं तरफ होती है और सड़कों पर वाहन दाहिने से चलते हैं।
सड़कें साफ-सुथरी होती हैं, यह तो मुझे पहले से पता था । लेकिन एक दिन मुझे बहुत अचरज तब हुआ , जब मैंने देखा कि मेरी कॉलोनी में एक बड़े ट्रक में लगा उपकरण सड़क की सफाई कर रहा था और दूसरा उपकरण , जैसे हमारे घरों में पोंछा लगाया जाता है , उस प्रकार काम कर रहा था । खास बात यह रही कि यह सब काम एक ही आदमी के जिम्मे था।
अब ऐसी साफ-सुथरी सड़क पर रोज सफाई करने की जरूरत भी नहीं महसूस होती । क्योंकि आम तौर पर अमेरिकी नियम कायदे को मानने वाले होते हैं । इसलिए सड़कें चमकती रहती हैं ।
क्रॉसिंग पर ही पैदल चलने वालों को सड़क पार करने की इजाजत होती है। कई दिनों के बाद मेंने भी सड़कों को पार करने का तरीका सीख लिया है ।
अगर चालू ट्रैफिक को रोकना है तो चौराहे पर सिग्नल के पास एक बटन लगा होता है , जिसे दबाते ही लाइट लाल हो जाती है और वाहन रुक जाते हैं । लेकिन ऐसे भी स्थान हैं, जहां पर सिग्नल नहीं होते । तब आप सड़क को पार कर सकते हैं और ऐसी स्थिति में कोई गाड़ी अगर आ भी रही हो, तो वह आपको देख कर रुक जाएगी ।
मुझे ऐसा अनुभव हो चुका है कि मैं सड़क पार करने की कोशिश कर रहा हूं , तभी आती हुई कार रुक जाती है ।
कई बार ऐसा भी हुआ कि मैं सड़क पार करने की सोच रहा हूं और कार वाला रुककर हुए मेरे रोड क्रॉस करने का इंतजार कर रहा होता है।
क्रमश: ....
(काशी के पत्रकार आशुतोष पाण्डेय की कलम से)
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