पद्म श्री सम्मानित जी आई विशेषज्ञ डॉक्टर रजनीकांत ने बताया कि रामनगर निवासी स्टेट अवॉर्डी स्टोन क्राफ्ट शिल्पी बच्चे लाल मौर्या द्वारा एक सिंगल स्टोन पर जाली क्राफ्ट की तकनीकी से गोवर्धन पर्वत बना कर उस पर 11 गाय और बछड़ों का झुंड बनाकर कर जंगल के दृश्य भी बहुत बारीकी से दर्शाया गया, और यह सिंगल स्टोन अंदर से पूरा खाली कर दिया गया था जिससे इस जी आई क्राफ्ट का वजन बहुत कम हो गया और पारदर्शी भी हो गया है।
सिल्क का तनछुई जामावर अंगवस्त्र फुलवरिया, पीलीकोठी के मास्टर बुनकर रमजान अली द्वारा जी आई टैग के साथ बुना गया, जो काशी की हैंडलूम वीविंग का शानदार उदाहरण है इसमें रेशम के 5 रंग के धागों का प्रयोग किया गया और ब्रोकेड बुनाई का जामावार पैटर्न है जिसमे पीछे के तरफ धागा नही दिखता है।
काशी के शिल्पियों बुनकरों में उत्साह है की प्रधान मंत्री जी उनके ब्रांड एम्बेसडर है।
जय हो
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