देश में पहली बार ग्रेटर नोएडा में होने जा रहे मोटो जीपी रेस को लेकर लोगों का रोमांच बढ़ता जा रहा है। इस रेस को लेकर रोमांच के दीवानों में एक अलग दीवानगी है वहीं कारोबारी चमक भी दिख रही है। इस रेस से 900 करोड़ रुपये का जिले में होगा कारोबार, 97 करोड़ कंपनी को होगी आमदनी।
ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट के ट्रैक पर 360 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 80 करोड़ रुपये की बाइकें दौड़ेंगी। सितंबर में होने वाली बाइक रेस के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। बीआईसी के ट्रैक को अब कार और बाइक रेस दोनों के लिए तैयार किया जा रहा है। ताकि दोनों रेस आसानी से हो सके। यह दुनिया का पांचवां बाइक रेस है। भारत में इसे देखने के शौकीन 54 मिलियन लोग हैं। बीआईसी में 1.06 लाख दर्शक एक साथ बैठक कर रेस को देख सकते हैं।
जिले में पहली बार फेयरस्ट्रीट स्पोर्टस कंपनी 22, 23 और 24 सितंबर को तीन दिवसीय बाइक रेस प्रतियोगिता बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर आयोजित करने जा रही है। इसे देखने के लिए दर्शक एक दिन से लेकर तीन दिन तक का टिकट ले सकते हैं। इसके लिए दर्शकों को चयन करने की छूट रहेगी। टिकट की कीमत को छह श्रेणी में रखने पर विचार चल रहा है। यहां पर संगीत और खाने-पीने की सुविधा भी रहेगी। लेकिन इसके लिए शुल्क देना होगा। अब तक करीब 35 हजार टिकट बिक चुके हैं। जैसे-जैसे प्रतियोगिता का समय नजदीक आ रहा है, काम में तेजी आने लगी है। बाइक के साथ कार रेस के लिए भी तैयार किए जा रहे ट्रैक पर करीब 18 करोड़ रुपये खर्च होने की बात कही जा रही है। ट्रैक बनाने का काम अगले सप्ताह से शुरू होगा। मोटो जीपी रेस आयोजित कराने वाली कंपनी के सीओओ पुष्करनाथ श्रीवास्तव ने बताया कि रेस में शामिल की जाने वाली बाइकों की कीमत 60 करोड़ रुपये से शुरू होकर अरबों तक हैं। रेस के लिए भारतीय कंपनी फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स ने स्पेनिश कंपनी डोर्ना स्पोर्ट्स के साथ करार किया है। डोर्ना स्पोर्ट्स की टीम जुलाई में ट्रैक पर काम करने के लिए आएगी। फार्मूला-1 कार रेस का ट्रैक 5.5 किमी है। इसमें 14 जगहों पर संशोधन किया जाना है। कुछ समय पहले तक इसे बाइक के लिए ही तैयार किया जा रहा था। लेकिन अवस्थापना व औद्योगिक प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह के निरीक्षण के बाद इसे कार-बाइक रेस के लिए तैयार किया जाएगा। यह काम 15 अगस्त तक पूरा करना होगा।
देश की आर्थिक स्थिति में होगा बदलाव
रेस कराने वाली कंपनी को टिकट से 97 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। जबकि 900 करोड़ रुपये आयोजन से भारत में आएंगे। ऐसे में यहां की आर्थिक स्थिति में काफी बदलाव होगा। कंपनी ने यूपी सरकार से करीब 51 करोड़ के सहयोग की अपील की है। इसमें जीएसटी से छूट की भी मांग है। इसके अलावा सरकार से कुछ विज्ञापन के लिए भी मांग की गई है। 110 करोड़ लाइसेंस फीस, 50 करोड़ प्रचार-प्रसार और 12 करोड़ खर्च काम करने वाले लोगों पर खर्च किए जाएंगे।
सात साल के लिए डोर्ना स्पोर्ट्स ने किया अनुबंध
मोटो जीपी ने आधिकारिक तौर पर भारत के लिए अपने खेल का रास्ता खोल लिया है। अब यहां पर लगातार सात साल तक दोपहिया वाहनों की रेसिंग हो सकेगी। चूंकि मोटो जीपी आयोजक कंपनी डोर्ना स्पोर्ट्स ने भारत में इस आयोजन के लिए फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स के साथ 7 साल का अनुबंध किया है। फेयरस्ट्रीट स्पोर्ट्स के चीफ ऑपरेटिंग
90 कैमरे करेंगे रेस को कवर
ऑफिसर पुष्कर नाथ श्रीवास्तव ने कहा कि बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर होने वाले इस आयोजन को न सिर्फ हेलीकॉप्टर पर लगे कैमरों से कवर किया जाएगा। बल्कि बाइक और खिलाड़ी पर करीब 8 कैमरे इस रेस को कवर करेंगे। बाइक रेसर खुद अपनी रफ्तार का वीडियो रिकार्ड कर सकेंगे। कुल 90 कैमरे एक साथ रेस को कवर करेंगे।
दुनियाभर के घुमक्कड़ पत्रकारों का एक मंच है,आप विश्व की तमाम घटनाओं को कवरेज करने वाले खबरनवीसों के अनुभव को पढ़ सकेंगे
https://www.roamingjournalist.com/