सड़क के सुपर स्टार- मुंबई से आए मचान पर सेल्फ क्वारंटीन,गाते हैं कोरोना से बचाव के गीत
जून 09, 2020
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कोरोना
फैलाने का आरोप जिन प्रवासी मजदूरों पर लग रहा है उसी मेहनतकश कौम में एक नाम संगमलाल का भी है। यूपी के गोंडा जिले के तरबगंज तहसील के फतेहपुर गांव के रहने वाले मुंबई से लौटने के बाद थर्मल स्कैनिंग के बाद सेल्फ क्वारंटीन का फरमान मिलने के बाद वह अपने खेत में ही मचान डाल कर खुद क्वारंटीन कर लिए। सेल्फ क्वारंटीन के दौरान मचान पर बैठे बैठे वह कोरोना से बचाव के गीत गाने से लेकर इसको भगाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करने की सीख बच्चे हो गया बुजुर्ग सबको दे रहे हैं। संगम कहते हैं दस दिन कट गया 21 दिन सेल्फ क्वारंटीन डॉक्टर साहब ने बोला है। मचान से अब 20 जून को घर जाएंगे।
गोण्डा
के तहसील तरबगंज के गांव फतेहपुर के संगम लाल मुम्बई में रोजगार कर रहे थे कपडा प्रेस करने का रोजगार इनका था लेकिन लाक डाउन के चलते रोजगार पूर्ण रूप से ठप हो गया। किसी तरीके से ट्रक द्वारा मुम्बई से गोण्डा पहुंच जांच कराई तो इनको जांच के बाद होम कवाॅरेंटाइन के लिए गांव भेज दिया गया लेकिन यह गांव तो पहुंचे लेकिन घर नही गांव के बाहर खेतो में मचान डाल गांव व परिवार को सुरक्षित करते हुए 21 दिन के लिए होम कवाॅरेंटाइन हो गये है। घर से खाना बनकर जाता सुरक्षा का पालन करते दूरी बनाते हुए इनको खाना दिया जाता है। संगम लाल कहते हैं कोरोना को हराना मुश्किल नही है हम लोग ग्रामीण तमाम आपदाओं से बचाव करते हैं इससे भी बचाव कर इसको हरायेगे गांव में काफी जागरूक जागरूकता देखने को मिल रही है इससे हम लडाई लड लेगे। 21 दिन बाद समय पूरा होने पर ही घर जायेगे। अगर यहाँ काम नही मिल पाया तो प्रदेश जाना ही पडेगा। हम मजदूरों का तो जन्म ही समस्याओं से लडने के लिए बना है लेकिन मेहनत के बाद सकुन तो हम मजदूरों को ही मिलता है। ( गोंडा
से भरतलाल ने यह रिपोर्ट भेजी है सड़क के सुपरस्टार के लिए,अगर आपके आसपास भी ऐसे सड़क के सुपरस्टार दिखाई देते हैं जो कोरोना को हराने के साथ जरूरतमंद लोगों की मदद करने में दिल से जुटे हैं तो उनके बारे में हमें फोटो के साथ लिखना मत भूलें दोस्तों, ऐसे लोगों के बारे में हमे स्टोरी आप हमें roamingjournalist@gmail.com पर भेज सकते हैं )
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